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शनिवार,
2 मार्च, 2024 को हुए ला लीगा के मुकाबले में बार्सिलोना एथलेटिक क्लब और एफसी बार्सिलोना के बीच 0-0 से ड्रॉ रहा। हालांकि मैदान पर स्कोर 0-0 रहा, लेकिन इस ड्रॉ की असली कीमत, मैच के दौरान हुए दो महत्वपूर्ण चोटों में छिपी हुई है।
खोए हुए मौके और चोटिल खिलाड़ी
यह मुकाबला बार्सिलोना के लिए चैंपियनशिप की रेस में वापसी करने का एक सुनहरा अवसर था। रियल मैड्रिड पिछले दिन ही वालेंसिया के खिलाफ ड्रॉ खेला था और गिरोना को मलोरका के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था। लेकिन सैन मैमेस में खेले गए मुकाबले में गोल करने में नाकाम रहने के कारण यह मौका हाथ से निकल गया। बार्सिलोना अब भी तालिका में उसी स्थान पर बना हुआ है, लेकिन इस ड्रॉ की असली कीमत टीम के दो सबसे महत्वपूर्ण मिडफील्डर फ्रेंकी डे जॉन्ग और पेड्री के चोटिल होने के रूप में सामने आई है।
बार्सिलोना को पहले हाफ में ही झटका लगा जब डे जॉन्ग को चोट लग गई और उन्हें मैदान से बाहर जाना पड़ा। इसके बाद दूसरे हाफ में पेड्री को भी चोट लग गई। इन दोनों खिलाड़ियों की चोटों की गंभीरता अभी तक स्पष्ट नहीं है, लेकिन उनकी अनुपस्थिति निश्चित रूप से बार्सिलोना के भविष्य के मैचों को प्रभावित करेगी।
निराशाजनक प्रदर्शन
खेल के दौरान बार्सिलोना का प्रदर्शन भी निराशाजनक रहा। टीम गोल करने के लिए संघर्ष करती रही और रक्षात्मक रूप से भी कमजोर दिखाई दी। बार्सिलोना एथलेटिक ने भी कई मौके बनाए, लेकिन वे भी गोल करने में असफल रहे।
कुछ प्रशंसकों ने भी बार्सिलोना के कुछ खिलाड़ियों, खासकर राफिन्हा के प्रदर्शन की आलोचना की है। राफिन्हा पूरे मैच में प्रभावहीन रहे और उन्हें 76वें मिनट में ही मैदान से बाहर कर दिया गया।
आगे की राह कठिन
यह ड्रॉ बार्सिलोना के लिए एक बड़ा झटका है। टीम को चैंपियनशिप की रेस में बने रहने के लिए अगले कुछ मैच जीतने की जरूरत है, लेकिन डे जॉन्ग और पेड्री की चोटें उनके लिए एक बड़ी चुनौती साबित हो सकती हैं।
यह देखना बाकी है कि बार्सिलोना इन दोनों खिलाड़ियों की अनुपस्थिति में कैसा प्रदर्शन करता है और क्या वह चैंपियन बनने के अपने सपने को पूरा कर पाता है।
निष्कर्ष
बार्सिलोना एथलेटिक क्लब 0-0 एफसी बार्सिलोना का यह मुकाबला स्कोर के हिसाब से भले ही बराबरी का रहा हो, लेकिन यह बार्सिलोना के लिए काफी महंगा साबित हो सकता है। टीम को अब इन चोटों से उबरने और आने वाले मैचों में जीत हासिल करने की रणनीति बनानी होगी।
यह आने वाले हफ्तों में बार्सिलोना के लिए एक कठिन परीक्षा होगी। यह देखना होगा कि टीम इन चुनौतियों का सामना कैसे करती है।